पृष्ठ 3 आकार घटाकर दोबारा जमा हो रहे आईपीओ दस्तावेज आकार घटाकर कंपनियां दोबारा जमा करा रहीं आईपीओ दस्तावेज आईपीओ का आकार घटाने पर बैंकरों ने कहा कि छोटे इश्यू बाजार के लिए आसान होते हैं यह फैसला तब लिया गया जब बाजार में उतारचढ़ाव हो रहा था निवेशकों को लुभाने के लिए घटाया आकार सुंदर सेतुरामन और समी मोडक मुंबई, 1 अगस्त पहली कोशिश में अपने शेयर सूचीबद्ध कराने में नाकाम रहने वाली कंपनियां अब दूसरी कोशिश में जुट गई हैं, लेकिन इस बार वे आईपीओ का आकार घटा रही हैं हाल के महीनों में टीवी एस सप्लाई चेन आला ज एस्टेट डेवलपर्स और ईएसएएफ स्मॉल बैंक ने अपने इश्यू का आकार 20 से 60 फीसदी तक घटाने के बाद बाजार नियामक के पास विवरणिका का मसौदा (डीआरएचपी ) दोबारा जमा कराया है निवेश बैंकरों ने कहा कि छोटे आकार का इश्यू संभावित निवेशकों तक पहुंचने के लिए कंपनियों के लिए प्राइस डिस्कवरी अनुमान के मुताबिक नहीं रही ऐसे में बाजार के फीडबैक को प्रतिबिंबित करने के लिए इश्यू का आकार घटाना पड़ा पिछले कैलेंडर वर्ष में सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने के बाद बेंचमार्क सूचकांक दिसंबर व मार्च के बीच 10 फीसदी तक गिरा आईपीओ बाजार पर इसका असर पड़ा और सिर्फ पांच कंपनियां ही कैलेंडर वर्ष 2023 के पहले पांच महीने में अपने-अपने आईपीओ बाजार में उतार पाईं इससे सेबी की एक साल की मंजूरी की अवधि भी समाप्त हो गई, जो नियामक से कई डीआरएचपी पर मिली थी हालांकि बाजार में मार्च के निचले स्तर से काफी सुधार हुआ और एफपीआई का निवेश अपेक्षाकृत आसान होता है इसके अलावा आईपीओ का आकार घटाने का फैसला साल की शुरुआत में लिया गया जब बाजार में उतारचढ़ाव हो रहा ता और विदेशी पोर्टफोल्नियो निवेशक बिकवाली के मोड में थे आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के कार्यकारी निदेशक और निवेश बैंकिंग प्रमुख अजय सराफ ने कहा, इश्यू लाने वाली ज्यादातर लौटा कई कंपनियों का मानना है कि अब उनके पास बाजार में उतरने का सही मौका है उदाहरण के लिए टीवीएस सप्लाई चेन सॉल्युशंस ने फरवरी 2022 में 5,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए डीआरएचपी जमा कराया था मई में कंपनी ने 1,500 करोड़ रुपये से कम के आईपीओ के लिए दस्तावेज दोबारा निवेश बैंकरों के अनुमान के मुताबिक कुछ कंपनियों ने आईपीओ पूर्व नियोजन के जरिये इक्विटी जुटाई है 2,000 करोड़ रुपये से घटाकर 750 करोड़ रुपये कर दिया इसी तरह सूरज एस्टेट डेवलपर्स ने अपने आईपीओ का आकार 500 करोड़ रुपये से घटाकर 400 करोड़ रुपये करते हुए दस्तावेज दोबारा जमा कराया इसके अलावा जमा कराए कंपनी ने नए शेयर का हिस्सा ईएसएएफ स्मॉल फाइनैंस बैंक ने आईपीओ का आकार 1,000 करोड़ रुपये से घटाकर 630 करोड़ रुपये कर दिया और यह जानकारी निवेश बैंकिंग सूत्रों ने दी एसबीएफसी फाइनैंस का आईपीओ इस हफ्ते खुलने वाला है और उसने अपने इश्यू का आकार 1,600 करोड़ रुपये से घटाकर 1,000 करोड़ रुपये करने के बाद दोबारा डीआरएचपी जमा कराया था टीवीएस सप्लाई व एसबीएफसी जैसी कुछ कंपनियों ने निजी नियोन के जरिए रकम जुटाए, जिससे उन्हें अपने इश्यू का आकार घटाने में मदद मिली ऐक्सिस कैपिटल के प्रबंध निदेशक (इन्वेस्टमेंट बैंकिंग कवरेज ) उमेश अग्रवाल ने कहा, हमने अपने क्लाइंटों को आईपीओ आकार घटाने की सहाल दी है आईपीओ लाने बाली कई कंपनियां स्मॉल या मिडकैप क्षेत्र की हैं मोटे तौर पर एफपीआई एक अरब डॉलर से पिछले वित्त वर्ष के दौरान एफपीआई निवेश निकासी कर रहे थे और अगर हम एलआईसी को छोड़ दें तो आईपीओ के जरिये महज 30,000 करोड़ रुपये जुटाए गए जो इश्यू अभी आ रहे हैं वे अपनी द्वितीयक बिक्रीका हिस्सा घटा रही है डीआरएचपी दोबारा जमा कराने की प्रक्रिया इस साल शुरू हुई मार्च से हमने एफपीआई की दिलचस्पी वापस देखी है और 'बाजार में तेजी भी देखने को मिली हम अभी अच्छे जोन में हैं उन्होंने कहा, आईपी ओ का आकार घटाने ज्यादा बाजार पूंजीकरण वाली कंपनियों में निवेश करते हैं 1, 200 करोड़ रुपये तक के इश्यू के लिए विदेशी भागीदारी के बिना आईपीओ प्रबंधन किया जा सकता है की प्रवृत्ति जारी रह सकती है जो अभी डीआरएचपी जमा करा रही हैं या दोबारा जमा करा रही हैं, बाजार में उतरने के लिए अगले साल के शुरू में तैयार होगी, जब प्राइम डेटाबेस के मुताबिक, वित्त वर्ष 2122 में करीब 70 कंपनियों ने संचयी तौर पर 1.1 लाख करोड़ रुपये जुटाने के लिए बाजार नियामक सेबी के पास डीआरएचपी जमा कराए; थे हालांकि वित्त वर्ष 23 में सिर्फ 37 कंपनियां आईपीओ के जरिये 52,116 करोड़ रुपये जुटाने में कामयाब रही इक्विरस के संस्थापक अजय गर्म ने कहा, बाजार आम चुनाव के कारण उत्तारचढ़ाव भरे रह सकते हैं निवेश बैंकरों ने कहा कि बाजार में उतरने वाली कंपनियों ने न सिर्फ आईपीओ का आकार बल्कि मूल्यांकन भी घटाया है यह कंपनियों व निवेशकों दोनों के लिए बेहतर है क्योंकि ज्यादातर हालिया सूचीबद्धता में पहले दिन काफी फायदा देखने को मिला है