सूरज एस्टेट्स (Suraj Estates) और मुथूट माइक्रोफिन (Muthoot Microfin) के निवेशकों के लिए पहला दिन मायूसी भरा रहा। दोनों कंपनियों ने शेयर बाजार में कमजोर शुरुआत की और अपने IPO प्राइस से क्रमश: 8 और 4 प्रतिशत की छूट पर कारोबार कर रहे हैं। हालांकि दूसरी ओर मोतीसंस ज्वेलर्स (Motisons Jewellers) के शेयरों में निवेशकों को शानदार मुनाफा मिला
मोतीसंस ज्वैलर्स के शेयर 89% प्रीमियम पर लिस्ट हुए, जबकि सूरज और मुथूट ने कमजोर शुरुआत की
सूरज एस्टेट्स (Suraj Estates) और मुथूट माइक्रोफिन (Muthoot Microfin) के निवेशकों के लिए पहला दिन मायूसी भरा रहा। दोनों कंपनियों ने शेयर बाजार में कमजोर शुरुआत की और अपने IPO प्राइस से क्रमश: 8 और 4 प्रतिशत की छूट पर कारोबार कर रहे हैं। हालांकि दूसरी ओर मोतीसंस ज्वेलर्स (Motisons Jewellers) के शेयरों में निवेशकों को शानदार मुनाफा मिला और और यह अपने 88 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले करीब 55 प्रतिशत प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है। मंगलवार के कारोबार में मुथूट माइक्रोफिन का शेयर 8 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 5.259 प्रतिशत की गिरावट के साथ 291 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
दूसरी ओर, मुंबई स्थित सूरज एस्टेट डेवलपर्स का शेयर 4 रुपये के इश्यू प्राइस के मुकाबले 5.346 प्रतिशत गिरकर 360 रुपये पर कारोबार कर रहा था। इन तीनों IPO के निवेशकों को क्या करना चाहिए? जानें एनालिस्ट का क्या कहना है।
सूरज एस्टेट्स के कमजोर डेब्यू के बावजूद स्टॉकबॉक्स (Stoxbox) के प्रथमेश मसदेकर इस शेयर को लेकर आशावादी हैं। उन्होंने आवंटन पाने वाले निवेशकों को मध्यम से लंबी अवधि के नजरिए से इस शेयर को होल्ड करने की सलाह दी है। उनका कहना है कि कंपनी के रेवेन्यू का ट्रैक रिकॉर्ड काफी अच्छा है, जो वित्त वर्ष 2021 से 2023 के दौरान 13 प्रतिशत CAGR की दर से बढ़ा है। कंपनी की दक्षिण-मध्य मुंबई क्षेत्र में मजबूत उपस्थिति है, जिससे इसकी ब्रांड वैल्यू में इजाफा हुआ गै और मौजूदा ग्राहकों से इसे पर्याप्त सेल्स रेफरल भी मिल रहे हैं।
अल्टरनेटिव इनवेस्टमेंट फंड, Hedonova के सीआईओ सुमन बनर्जी ने कहा, "सूरज एस्टेट डेवलपर्स मध्यम से लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक अच्छा मौका पेश करता है।"
मसदेकर ने मुथूट माइक्रोफिन पर भी पॉजिटिव रुख बनाए रखा है, भले ही यह शेयर अभी डिस्काउंट पर कारोबार कर रहा है। उन्होंने कहा, "कंपनी के पास एक अच्छी तरह से विविध फंडिंग प्रोफाइल है जो इसकी लिक्विडिटी मैनेजमेंट, क्रेडिट रेटिंग और ब्रांड इक्विटी को बताती। कंपनी ने कहा था कि वह आईपीओ से मिली राशि का इस्तेमाल टियर -2 कैपिटल बेस को बढ़ाने के लिए करेगी। इसलिए इसकी कैपिटल एडेक्वेसी भी बढ़ेगी।"
मोतीसंस ज्वेलर्स ने न केवल शुरुआत में शानदार लिस्टिंग लाभ हासिल किया है, बल्कि विश्लेषकों का ध्यान भी खींचा है। स्टॉक्सबॉक्स के रिसर्च एनालिस्ट, ध्रुव मुदारड्डी ने कहा, "हमारा मानना है कि इसे मजबूत लिस्टिंग को कंपनी के मजबूत बिजनेस से जोड़कर देखा जा सकता है। इसके पास एक अच्छा ब्रांड और बिजनेस है। कंपनी के पास एक विशाल प्रोडक्ट पोर्टफोलियो है जो विभिन्न बाजार खंडों और रणनीतिक रूप से स्थित शोरूम में प्रति वर्ग फुट रेवेन्यू बढ़ाने में योगदान देता है।"
हालांकि मुदारड्डी को इसका वैल्यूएशन थोड़ा ऊंचा दिख रहा है। उन्होंने कहा, "मौजूदा समय में, हम उन निवेशकों को सलाह देते हैं जिन्हें आवंटन मिला है, वे मुनाफावसूली करें।"
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